सीरवी राठौङ – राव चन्द्रापाल जी व राव शिवपाल जीके वंशज सीरवी कहलाये राठौङ कहलाये।
ईनके दो भेद हैँ 1- चन्द्रापाल के वंशज सीरवी कहलाये।
2- शिवपाल के वंशज सीरवी कहलाये।
चंद्रपाल के वंशज आई जी माता बिलाङा के दिवान कहे जाते हैँ।
सिरवी राठौड़ का पीढी क्रम इसप्रकार है –
ईनका पीढी क्रम ईस प्रकार है-
(1) राव चन्द्रापाल जी - राव धूहङ जी - राव आस्थानजी- राव सीहा जी।
(2) राव शिवपाल जी- राव धूहङ जी - राव आस्थानजी- राव सीहा जी।
ख्यात अनुसार पीढी क्रम ईस प्रकार है -
1. महाराजराजा यशोविग्रह जी (कन्नौज राज्य के राजा)
2. महाराजराजा महीचंद्र जी
3. महाराज राजा चन्द्रदेव जी
4. महाराजराजा मदनपाल जी (1154)
5. महाराज राजा गोविन्द्र जी
6. महाराज राजा विजयचन्द्र जी जी (1162)
7. महाराज राजा जयचन्द जी (कन्नौज उत्तर प्रदेश1193)
8. राव राजा सेतराम जी
9. राव राजा सीहा जी (बिट्टू गांव पाली, राजस्थान1273)
10. राव राजा अस्थान जी (1292)
11. राव राजा दूहड़ जी (1309)
12. (1) राव चन्द्रापाल जी – (राव धूहङ जी के पुत्र)
(2) राव शिवपाल जी- (राव धूहङ जी के पुत्र)
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