बाढ़ेल (बाढ़ेर) राठौङ :- राव सीहा जी के छोटे पुत्र रावअजा जी के दो पुत्र राव बेरावली जी (बाढ़ेल) और रावबीजा जी (वाजान) ने द्वारका के चावड़ो को बाढ़ कर (काट कर) द्वारका (ओखा मंडल) पर अपना राज्य कायम किया।
इसी कारन बेरावल जी के वंशज बाढ़ेल राठौड़ हुए ।आजकल ये बाढ़ेर राठौड़ कहलाते है। गुजरात में पोसीतरा, आरमंडा , बेट द्वारका बाढ़ेर राठोड़ों के ठिकाने थे।
ओखा शहर द्वारिका से 29 कि॰मी॰ दूर गुजरात राज्यमें स्थित है।
बाढ़ेल ( बाढ़ेर ) राठौङ का पीढी क्रम इसप्रकार है-
राव बेरावल जी - राव अजा जी - राव सीहा जी- राव सेतराम जी।
राव बीजा जी - राव अजा जी - राव सीहा जी- राव सेतराम जी।
बेरावल जी के वंशज बाढ़ेल राठोड़ कहलाये , औरबेरावल जी के भाई बीजाजी के वंशज बाजी राठोड़ कहलाये है।
ख्यात अनुसार पीढी क्रम ईस प्रकार है -
1. महाराजराजा यशोविग्रह जी (कन्नौज राज्य के राजा)
2. महाराजराजा महीचंद्र जी
3. महाराज राजा चन्द्रदेव जी
4. महाराजराजा मदनपाल जी (1154)
5. महाराज राजा गोविन्द्र जी
6. महाराज राजा विजयचन्द्र जी जी (1162)
7. महाराज राजा जयचन्द जी (कन्नौज उत्तर प्रदेश1193)
8. राव राजा सेतराम जी
9. राव राजा सीहा जी (बिट्टू गांव पाली, राजस्थान1273)
10. राव अजा जी
11. राव बेरावल जी (राव अजा जी के पुत्र)
राव बीजा जी (राव अजा जी के पुत्र)
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