खाबड़ीया :- मल्लिनाथ के पुत्र जगमाल के पुत्र भारमल के वंशज व राव चूडाजी के पुत्र रिङमाल उर्फ रणमल के वंशज गुजरात के खाबड़ गाँव में रहने इलाके (गाँव) के नाम से खाबड़ीया कहलाये।
खाबड़ीया राठौड़ो का पीढी क्रम इस प्रकार है -
1 - नोधक - खीमुं – भारमल = भारमल के पुत्र खीमुं के पुत्र नोधक के वंशज जामनगर के दीवान रहे इनके वंशज कच्छ में है।
2 - नोधक - माँढण – भारमल = भारमल के दुसरे पुत्र माँढण के वंशज माडवी कच्छ में रहते है वंशज खाबड़ गुजरात के इलाके के नाम से खाबड़ीया कहलाये।
3 -– राव रिडमल जी उर्फ रणमल - राव चुंडा जी -वीरम जी - राव सलखा जी- तिडा जी
राव रिडमल जी के 24 पुत्र थे।
· 1 अखेराज:-के वंशज जेतावत; कलावत; भादाव्त तथा कुम्पावत
· 2 राव जोधा जी:-इनके वंशज जोधा राठौड़
· 3 रावत कांधल जी:--इनके वंशज बनीरोत; राव्तोत ; साईं दासोत ; पुरणमलोत तथा पर्वतोंत कांधलोत कहलाए।
· 4 चाम्पा जी के चम्पावत
· 5 मंडला जी के मण्डलावत
· 6 भाखर जी भाखरोत तथा बाला राठौड़
· 7 पाताजी के पतावत
· 8रूपा जी के रुपाव्त
· 9 करण जी के कर्णावत इसी वंश में वीर दुर्गादास हुए
· 10 मानडण जी के मानड्नोत
· 11 नाथो जो के नाथोत
· 12 सांडो जी के सांडावत
· 13 बेरिसाल जी के बेराव्त
· 14 अड्मल जी के अडम मलोत
· 15 जगमाल जी के पुत्र खेतसी से खेतसिहोत
· 16 लखाजी से लखावत
· 17 डूंगर जी से डूंगरोत
· 18 जेतमाल जी के पुत्र भोजराज से भोजराजोत
· 19 उदाजी
· 20 हापो जी हापावत
· 21 सगत जी
· 22 सायर
· 23 गोयन्द
· 24 सुजाण
इसके आलावा कई उपशाखाए है जैसे बीका जी से बीका बीदाजी से बिदावत मेडतिया आदि।
इनके कुछ गाँव राजस्थान के बाड़मेर में रेडाणा और देदड़ीयार है कुछ घर पाकिस्तान में भी है।
ख्यात अनुसार पीढी क्रम ईस प्रकार है -
1. महाराजराजा यशोविग्रह जी (कन्नौज राज्य के राजा)
2. महाराजराजा महीचंद्र जी
3. महाराज राजा चन्द्रदेव जी
4. महाराजराजा मदनपाल जी (1154)
5. महाराज राजा गोविन्द्र जी
6. महाराज राजा विजयचन्द्र जी जी (1162)
7. महाराज राजा जयचन्द जी (कन्नौज उत्तर प्रदेश1193)
8. राव राजा सेतराम जी
9. राव राजा सीहा जी (बिट्टू गांव पाली, राजस्थान1273)
10. राव राजा अस्थान जी (1292)
11. राव राजा दूहड़ जी (1309)
12. राव राजा रायपाल जी (1313)
13. राव राजा कान्हापाल जी (1323)
14. राव राजा जलमसी जी (1328)
15. राव राजा चड़ा जी (राव छाडा जी) (1344)
16. राव राजा तिडा जी (राव टीडा जी) (1357)
17. राव राजा सलखा जी (1374)
18. राव राजा वीरम जी
19. राव राजा राव चुंडा जी
20. राव रिडमल जी उर्फ रणमल
राव रिडमल जी उर्फ रणमल - राव चुंडा जी -वीरम जी - राव सलखा जी- तिडा जी
राव रिडमल जी के 24 पुत्र थे।
· 1 अखेराज:-के वंशज जेतावत; कलावत; भादाव्त तथा कुम्पावत
· 2 राव जोधा जी:-इनके वंशज जोधा राठौड़
· 3 रावत कांधल जी:--इनके वंशज बनीरोत; राव्तोत ; साईं दासोत ; पुरणमलोत तथा पर्वतोंत कांधलोत कहलाए।
· 4 चाम्पा जी के चम्पावत
· 5 मंडला जी के मण्डलावत
· 6 भाखर जी भाखरोत तथा बाला राठौड़
· 7 पाताजी के पतावत
· 8रूपा जी के रुपाव्त
· 9 करण जी के कर्णावत इसी वंश में वीर दुर्गादास हुए
· 10 मानडण जी के मानड्नोत
· 11 नाथो जो के नाथोत
· 12 सांडो जी के सांडावत
· 13 बेरिसाल जी के बेराव्त
· 14 अड्मल जी के अडम मलोत
· 15 जगमाल जी के पुत्र खेतसी से खेतसिहोत
· 16 लखाजी से लखावत
· 17 डूंगर जी से डूंगरोत
· 18 जेतमाल जी के पुत्र भोजराज से भोजराजोत
· 19 उदाजी
· 20 हापो जी हापावत
· 21 सगत जी
· 22 सायर
· 23 गोयन्द
· 24 सुजाण
21. राव राजा चड़ा जी (राव छाडा जी) (1344)
22. राव राजा सलखा जी (1374)
· 18. रावल मल्लिनाथ जी (मंडलीक)
· 19. रावल जगमाल
· 20. भारमल
· 21. माँढण
· 22. नोधक
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