खोखर राठोड़ :- राव छाडा जी के पुत्र राव खोखर जी के वंशज ।
राव खोखर जी ने सांकडा, सनावड़ा आदी गाँवो पर अधिकार किया ।
और खोखर गाँव ( बाड़मेर ) बसाया ।
अलाऊधीन खिलजी ने सातल दे के समय सिवाना पर चढ़ाई की तब राव खोखर जी सातल दे के पक्ष में वीरता के साथ लड़े और युद्ध मे काम आये ।
खोखर जिन गाँवो मेँ रहते है ईस प्रकार है-
खोखर जिन गाँवो में रहते है :-
जैसलमेर जिले में- निम्बली , कोहरा , भाडली ,झिनझिनयाली , मूंगा , जेलू , खुडियाला , आस्कंद्र ,भादरिया , गोपारयो, भलरीयो , जायीतरा, नदिया बड़ा ,अडवाना, सांकडा ,पालवा ,सनावड़ा , खीखासरा ,कस्वा
चुरू जिले मेँ - रालोत जोगलिया
बाड़मेर में - खोखर शिव , खोखर पार
जोधपुर जिले मेँ - जुंडदिकयी, खुडियाला , खोखरी पाला , बिलाड़ा ।
नागोर जिले मेँ - खोखरी पाली - बाली , गंदोग , खोखरी पाला , बिलाड़ा ।
विक्रमी 1788 में अहमदाबाद पर हमला किया गया ।तब भी खोखारों ने नी वीरता दिखाई थी ।
खोखर राठौड़ो का पीढी क्रम ईस प्रकार है-
राव खोखर जी- राव छाडा जी- जालण जी – (राव जलमसी जी)- राव कान्हापाल जी (राव कनक पाल जी)- राव रायपाल जी- राव दूहड़ जी- राव अस्थान जी-राव सीहा जी- राव राजा सेतराम जी।
ख्यात अनुसार पीढी क्रम ईस प्रकार है -
1. महाराजराजा यशोविग्रह जी (कन्नौज राज्य के राजा)
2. महाराजराजा महीचंद्र जी
3. महाराज राजा चन्द्रदेव जी
4. महाराजराजा मदनपाल जी (1154)
5. महाराज राजा गोविन्द्र जी
6. महाराज राजा विजयचन्द्र जी जी (1162)
7. महाराज राजा जयचन्द जी (कन्नौज उत्तर प्रदेश1193)
8. राव राजा सेतराम जी
9. राव राजा सीहा जी (बिट्टू गांव पाली, राजस्थान1273)
10. राव राजा अस्थान जी (1292)
11. राव राजा दूहड़ जी (1309)
12. राव राजा रायपाल जी (1313)
13. राव राजा कान्हापाल जी (1323)
14. राव राजा जलमसी जी (1328)
15. राव छाडा जी - ये बड़े ही वीर ओर साहसी थे ।इन्होने अपने सभी शत्रुओं को हराकर अपने पूर्वजों काबदला लिया ।इनकी वीरता ओर ख्याति उलेखनीय है।इन्होने जेसलमेर के राव को हराकर उनकी पुत्री सेविवाह किया ।अमर कोट के सोढों को हराकर उन्हें घोड़ेदेने पर मजबूर किया ।जालोर तथा नागोर के तुर्को मारभगाया ।राव छाडा ने पाली सोजत भीनमाल जालोरनागोर जेसलमेर व कई अन्य इलाकों को जीतकर अपनेअधिकार में किया ।इनकी विजयों से जलकर सोनगरों वदेवडा चोहानो ने मिलकर रामा नामक गाँव में अचानकआक्रमण करदिया इसी युद्ध में राव छाडा शत्रुओं कामुकाबला करते हुए विक्रम सम्वत 1401 मेँ वीरगति कोप्राप्त हुए । इनके तीन पुत्र के नाम इस प्रकार है।
1 राव तिडा जी-
2 राव खोखर जी-इसके खोखर राठौड़ हुए।
3 राव सिहमल जी-इसके सिह्म्लोत राठौड़ कहलाए।
Kkhokhars
जवाब देंहटाएंBest
हटाएंखोखसर गाव की भौगोलिक स्थिति
जवाब देंहटाएंBut some khokhar's who killed Muhammad ghori in 1206 AD,are rajput and your origin theory start in 1328 AD
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